अ) जिसने मिथुन राशि में जन्म है पाया, पृथ्वी के आंगन में,
उसने अस्थायी बाय से सफलता है पाया, गृहस्थ जीवन में।
- जिसने मिथुन राशि में जन्म है पाया, मानव जीवन में,
अस्थायी वायु से बुध ने उसे गृहस्थी है बनाया, पृथ्वी के आंगन में |
- उसने कर्क राशि को अपने धन स्थान में पाया, मानव जीवन में ,
चन्द्रमा ने चर पल से, उसका धन है बढ़ाया, गृहस्थ जीवन में ।
- उसने सिंह राशि को, अपने पराक्रम स्थान में है पाया, मानव जीवन मे ,
सुर्य ने स्थायी अग्नि से उसका पराक्रम है बढ़ाया , गृहस्थ जीवन में |
- उसने कन्या राशि को अपने सुख स्थान में है पाया, मानव जीवन में ,
बुध ने अस्थायी पृथ्वी से, उसका सुख है बढ़ाया , गृहस्थ जीवन में।
- उसने तुला राशि को अपनी बुद्धि स्थान में है पाया, मानव जीवन में ,
शुक्र ने चर वायु से उसका उद्योग है बढ़ाया , गृहस्थ जीवन में ।
- उसने वृश्चिक राशि को अपने कर्ज स्थान में है पाया , मानव जीवन में
मंगल ने उसे स्थायी जल से, कर्ज मुक्त करवाया, गृहस्थ जीवन में |
- उसने धनु राशि को अपने विवाह स्थान में है पाया , मानव जीवन में |
गुरू ने उसे अस्थायी अग्नि से जीवनसाथी दिलवाया , मानव जीवन में ।
- उसने मकर राशि को, अपनी मृत्यु स्थान में पाया, मानव जीवन में,
शनि ने उसे पृथ्वी से, अचानक धनलाभ दिलवाया, गृहस्थ जीवन में ।
- उसने कुंभ राशि को अपने भाग्य स्थान में है पाया, मानव जीवन में,
शनि ने उसे अस्थायी वायु से, भाग्य का साथ है दिलवाया, गृहस्थ जीवन में ।
- उसने मीन राशि को अपने कर्म स्थान में है पाया, मानव जीवन में,
गुरू ने अस्थायी जन्म से उसका कर्म है बढ़ाया, गृहस्थ जीवन में ।
- उसने मेष राशि को अपने लाभ स्थान में है पाया, मानव जीवन में,
मंगल ने चर अग्नि से अपना लाभ है बढ़ाया, गृहस्थ जीवन में ।
- उसने वृषभ राशि को अपने खर्च स्थान में है पाया, मानव जीवन में
शुक्र ने स्थायी पृथ्वी से उसका खर्च है बढ़ाया, गृहस्थ जीवन में ।
– सच्चाई के सेवा में
ज्योतिषसम्राट व्ही. तेलवाले
(राशिधाम)