Shri Vishwakarma Aarti ॥ श्री विश्वकर्मा आरती ॥
प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु विश्वकर्मा। सुदामा की विनय सुनीऔर कंचन महल बनाये। सकल पदारथ देकर प्रभु जीदुखियों के दुख […]
Shri Vishwakarma Aarti ॥ श्री विश्वकर्मा आरती ॥ Read Post »
प्रभु श्री विश्वकर्मा घर आवोप्रभु विश्वकर्मा। सुदामा की विनय सुनीऔर कंचन महल बनाये। सकल पदारथ देकर प्रभु जीदुखियों के दुख […]
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जय धन्वन्तरि देवा,जय धन्वन्तरि जी देवा। जरा-रोग से पीड़ितजन-जन सुख देवा॥ जय धन्वन्तरि देवा…॥ तुम समुद्र से निकले,अमृत कलश लिए।
Lord Dhanvantari Aarti ॥ आरती श्री धन्वन्तरि जी की ॥ Read Post »
ऊँ जै यक्ष कुबेर हरे,स्वामी जै यक्ष जै यक्ष कुबेर हरे। शरण पड़े भगतों के,भण्डार कुबेर भरे॥ ऊँ जै यक्ष
Shri Kubera Aarti ॥ आरती श्री कुबेर जी की ॥ Read Post »
ॐ जय चित्रगुप्त हरे,स्वामी जय चित्रगुप्त हरे। भक्त जनों के इच्छित,फल को पूर्ण करे॥ ॐ जय चित्रगुप्त हरे…॥ विघ्न विनाशक
Lord Chitragupta Aarti ॥ श्री चित्रगुप्त जी की आरती ॥ Read Post »
श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज,तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े,तोपे चढ़े दूध की धार। तेरे
Shri Govardhan Aarti॥आरती श्री गोवर्धन महाराज की ॥ Read Post »
आरती कीजै नरसिंह कुँवर की।वेद विमल यश गाऊँ मेरे प्रभुजी॥ पहली आरती प्रह्लाद उबारे।हिरणाकुश नख उदर विदारे॥ दूसरी आरती वामन
Narsingh Bhagwan Ki Aarti ॥ आरती श्री नृसिंह भगवान जी की ॥ Read Post »
ॐ जय नरसिंह हरे,प्रभु जय नरसिंह हरे। स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे,स्तम्भ फाड़ प्रभु प्रकटे, जन का ताप हरे॥ ॐ जय
Narsingh Bhagwan Ki Aarti ॥ श्री नृसिंह भगवान की आरती ॥ Read Post »
॥ शनिदेव की आरती ॥ जय जय श्री शनिदेवभक्तन हितकारी। सूरज के पुत्र प्रभुछाया महतारी॥ जय जय श्री शनिदेव भक्तन
Shri Shanidev Ki Aarti ॥ शनिदेव की आरती ॥ Read Post »
जय कश्यप-नन्दन भगवान सूर्य की सबसे प्रसिद्ध आरती में से एक है। यह प्रसिद्ध आरती भगवान सूर्य से सम्बन्धित अधिकांश अवसरों
Shri Surya Deva Aarti ॥ आरती श्री सूर्य जी ॥ Read Post »
जय लक्ष्मीरमणा श्री जय लक्ष्मीरमणा। सत्यनारायण स्वामी जनपातक हरणा॥ जय लक्ष्मीरमणा। रत्नजड़ित सिंहासन अद्भुत छवि राजे। नारद करत निराजन घंटा
॥ आरती श्री सत्यनारायणजी ॥ Read Post »