October 2024

Blog

Kunj Bihariji Ki Aarti ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

गले में बैजंती माला,बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला,नंद के आनंद नंदलाला। गगन सम अंग कांति काली,राधिका चमक […]

Kunj Bihariji Ki Aarti ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ Read Post »

Arti

Shri Pavanasuta Hanuman Aarti ॥ श्री पवनसुत हनुमान आरती ॥

जयति मंगलागार, संसार, भारापहर, वानराकार विग्रह पुरारी। राम-रोषानल, ज्वालमाला मिषध्वान्तचर-सलभ-संहारकारी॥ जयति मरुदन्जनामोद-मन्दिर, नतग्रीवसुग्रीव-दुःखैकबन्धो। यातुधानोद्धत-क्रुद्ध-कालाग्निहर, सिद्ध-सुर-सज्जनानन्दसिन्धो॥ जयति रुद्राग्रणी, विश्ववन्द्याग्रणी, विश्वविख्यात-भट-चक्रवर्ती। सामगाताग्रणी,

Shri Pavanasuta Hanuman Aarti ॥ श्री पवनसुत हनुमान आरती ॥ Read Post »

Arti

॥ आरती गजबदन विनायक की ॥॥ Aarti of Gajbadan Vinayak ॥

आरती गजबदन विनायक की।सुर-मुनि-पूजित गणनायक की॥ आरती गजबदन विनायक की।सुर-मुनि-पूजित गणनायक की॥ आरती गजबदन विनायक की॥ एकदंत शशिभाल गजानन,विघ्नविनाशा शुभ

॥ आरती गजबदन विनायक की ॥॥ Aarti of Gajbadan Vinayak ॥ Read Post »

Scroll to Top